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अप्रैल 2018 से हर Two Wheeler में ABS-CBS जरूरी

अप्रैल 2018 से हर Two Wheeler में ABS-CBS जरूरी

ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने एक रूल पास किया है, जिसके अनुसार नए टू व्हीलर (Two Wheelers) में वर्ष 2017, जबकि एक्जीस्टिंग प्रोडक्ट्स (Existing Products) में वर्ष 2018 तक एबीएस (ABS) और सीबीएस (CBS) लगवाना जरूरी होगा। यह रूल उन टू व्हीलर्स (Two Wheelers) पर एप्लीकेबल है, जिनमें 125cc से ज्यादा कैपेसिटी के इंजन हों।

इंडिया की रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने सभी टू व्हीलर्स मैन्यूफैक्चरर्स (Two Wheelers Manufacturers) को निर्देश दिया है कि वे अप्रैल 2017 से मार्केट में लाए जाने वाले नए प्रोडक्ट्स में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) और कॉम्बाइन्ड ब्रेक्रिंग सिस्टम (CBS) इंस्टॉल करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही जो एक्जिस्टिंग टू व्हीलर (Existing Two Wheeler) मार्केट में सेल के लिए आ चुके हैं उनमें भी अप्रैल 2018 तक सेम सेफ्टी फीचर्स फिट होने चाहिए।

रोड्स पर एक्सीडेंट्स की बढती संख्या को देखते हुए मिनिस्ट्री ने फाइनली ये अमेंडमेंट किए हैं। हालांकि रूल्स उन्हीं टू व्हीलर्स (Two Wheelers) पर लागू होंगे जिनमें इंजन 125cc कैपेसिटी से ज्यादा होंगे। इसका मतलब है कि 124.9cc की मोटर में भी एबीएस (ABS) और सीबीएस (CBS) की जरूरत नहीं होगी। देश में 125cc से कम इंजन कैपेसिटी वाली बाइक (Bike) की संख्या भी बहुत ज्यादा है।

एबीएस (ABS)
काफी महत्वपूर्ण सेफ्टी फीचर है और यह हैवी ब्रेकिंग सिचुएशंस में व्हील्स के लॉकिंग अप को प्रिवेंट करता है। भारत में फिलहाल उन बाइक्स (Bikes) की मैजोरिटी है, जिनमें एबीएस (ABS) नहीं है। इस वजह से ड्रेस्टिक सिचुएशंस में भी राइडर्स व्हील्स के लॉकिंग अप और बाइक (Bike) के स्किड होने के डर से फुल फोर्स के साथ ब्रेक्स एप्लाई नहीं करते हैं।

सीबीएस (CBS)
भी एक इंपोर्टेंट फीचर है, जो टू व्हीलर (Two Wheeler) में फ्रंट व रियर ब्रेक्स को लिंक करता है। जब राइडर एक ब्रेक लीवर को प्रेस करता है, तो दोनों फ्रंट एंड रियर ब्रेक एप्लाइड हो जाते हैं। प्रप्रोर्शनल कंट्रोल वाल्व द्वारा हर ब्रेक एप्लाइड का अमाउंट तय होता है।

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