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हुंडई मोटर ने मंगलवार को जानकारी दी कि विदेशी बाजारों में बिक्री में गिरावट के कारण मार्च में कंपनी की मासिक बिक्री में पिछले साल की तुलना में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है।

घरेलू ऑटो उद्योग के सामने कई चुनौतियों के बावजूद, निसान मोटर इंडिया का सात वर्षों में बेस्ट परफॉर्मेंस
निसान मोटर इंडिया ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि घरेलू ऑटो उद्योग के सामने कई चुनौतियों के बावजूद, कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पिछले सात वर्षों में अपना बेस्ट सिंगल ईयर परफॉर्मेंस दिया है।
Jaguar Land Rover (JLR) ने भारत में Land Rover Defender Octa को लॉन्च किया है, जिसकी शुरुआती कीमत 2.59 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) है। इस कार के साथ, कंपनी ने Land Rover Dfender Octa Edition One भी पेश किया है, जिसकी कीमत इसके उत्पादन के पहले वर्ष के लिए 2.79 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) है।
दुनिया के दिग्गज लग्जरी कार ब्रांडों में से एक जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की प्रवर्तक कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर में गुरुवार को 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूएस में आयातित कारों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाना है।

पीएलआई ऑटो स्कीम में कंपनियों ने 25,219 करोड़ रुपये के निवेश का किया वादा, पैदा होंगी 38,186 नौकरियां
देश में ऑटो सेक्टर को बढ़ाने के लिए लाई गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम के तहत कंपनियों ने (दिसंबर 2024) तक नई उत्पादन क्षमताएं और टेक्नोलॉजी अपग्रेड में 25,219 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया है। इससे देश में 38,186 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स सहित अन्य कंपनियों के बाद अब Renault India ने भी अपनी कारों की कीमतों में
भारत में बिजनेस करने वाली तमाम कंपनियां अपनी-अपनी गाड़ियों की कीमतों में इजाफा कर रही हैं।
एस्टन मार्टिन ने आज भारत में अपनी नवीनतम फ्लैगशिप, वैनक्विश को पेश किया, जिसकी कीमत 8.85 करोड़ रुपये
देश की दिग्गज ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) ने शुक्रवार को अपनी एसयूवी और कमर्शियल वाहनों की पूरी रेंज की कीमतें 3 प्रतिशत तक बढ़ाने का ऐलान किया।
वाहनों की कीमत बढ़ाने को लेकर कई दूसरे ऑटोमेकर्स लिस्ट में अब बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया भी शामिल हो गया है। कंपनी ने गुरुवार को अपनी बीएमडब्ल्यू और मिनी कार रेंज में 3 प्रतिशत तक कीमत बढ़ोतरी की घोषणा की है।
CEAT ने स्पोर्टड्राइव रेंज के तहत तीन नए टायर लॉन्च किए हैं, जिसमें ZR-रेटेड 21-इंच टायर, रन-फ्लैट
1 अप्रैल से नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने वाली है। ऐसे में जो लोग नई कार खरीदने का प्लान रहे हैं उनके लिए अप्रैल से कार खरीदना महंगा होने वाला है। दरअसल, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और किआ इंडिया ने अपने सभी मॉडल लाइन-अप के लिए कीमतें बढ़ाने की पुष्टि कर दी है। अप्रैल 2025 से लागू होने वाली कीमतों में वृद्धि की वजह सभी कंपनियों द्वारा बढ़ती इनपुट कॉस्ट और ऑपरेशंस एक्सपेंस को बताया जा रहा है। यानी नई कार खरीदने के लिए मार्च सबसे बेहतर महीना है।
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत के बढ़ते महत्व के कारण ऑटो कंपोनेंट के निर्यात में पिछले कुछ वर्षों में मजबूत वृद्धि देखने को मिली है।
मारुति सुजुकी की पॉपुलर सेडान सियाज ने साल 2014 में लॉन्च होने के बाद से भारतीय मार्केट में खूब सुर्खियां बटोरी थी। एक समय वैल्यू फॉर मनी कार की तलाश करने वालों के लिए मारुति सुजुकी सियाज एक शानदार ऑप्शन थी। हालांकि, बीते कुछ सालों में लगातार सियाज की बिक्री में गिरावट देखी जा रही है। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्च से मारुति सियाज के प्रोडक्शन को बंद कर दिया गया है। जबकि अप्रैल, 2025 से इसकी बिक्री भी बंद हो जाएगी।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी अपनी कारों/वाहनों की कीमतों में आगामी 1 अप्रैल से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने जा रही है। कंपनी ने सोमवार को इस बढ़ोतरी की घोषणा की। कंपनी के इस ऐलान के बाद मारुति सुजुकी के शेयर भी 2 प्रतिशत उछल गए।समाचार एजेंसी भाषा की खबर के मुताबिक, यह फैसला बढ़ती इनपुट लागत और बढ़ते परिचालन व्यय के कारण लिया गया है, जिससे कंपनी की लाभप्रदता प्रभावित हो रही है। मारुति सुजुकी घरेलू बाजार में एंट्री-लेवल ऑल्टो के-10 से लेकर मल्टीपल पर्पज व्हीकल इनविक्टो तक के मॉडल बेचती है।
कभी वाहन खरीदना शौक हुआ करता था, लेकिन आजकल वाहन खरीदना जरूरत बन गई है, यही नहीं,
एक वेबसाइट बनाना जो लोगों पर गहरी छाप छोड़े, केवल अच्छे डिज़ाइन तक सीमित नहीं होता – इसमें तेज़
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) ने शुक्रवार को भारत में नए हाइलक्स ब्लैक एडिशन को पेश किया।
भारत का सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट काफ़ी प्रतिस्पर्धी है, जिसमें मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा, टाटा नेक्सन, किआ सोनेट और
फरवरी 2025 में भारतीय ऑटो उद्योग ने कमजोर खुदरा बिक्री देखी, जो महीने के दौरान साल-दर-साल (वाई-ओ-वाई) 7% कम रही, जबकि डीलरों ने मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) द्वारा उनकी सहमति के बिना इन्वेंट्री को आगे बढ़ाने के बारे में मुद्दे उठाए।