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वोल्वो कार्स ने टाटा टेक्नोलॉजीज को बनाया रणनीतिक साझेदार, अब मिलकर करेंगे ऑटोमोबाइल का डिजिटल भविष्य तय

वोल्वो कार्स ने टाटा टेक्नोलॉजीज को बनाया रणनीतिक साझेदार, अब मिलकर करेंगे ऑटोमोबाइल का डिजिटल भविष्य तय

स्वीडिश ऑटोमोबाइल कंपनी वोल्वो कार्स ने भारतीय कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज को अपने रणनीतिक सप्लायर के रूप में चुना है। यह साझेदारी टाटा टेक्नोलॉजीज के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है और वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग में इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। इस गठजोड़ के तहत दोनों कंपनियां मिलकर एक स्मार्ट, सुरक्षित और सस्टेनेबल ऑटोमोटिव भविष्य की दिशा में काम करेंगी, खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल (SDV) के क्षेत्र में। साझेदारी के प्रमुख आयाम इस रणनीतिक साझेदारी के तहत टाटा टेक्नोलॉजीज, वोल्वो कार्स को प्रोडक्ट इंजीनियरिंग, एम्बेडेड सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस और प्रोडक्ट लाइफसायकल मैनेजमेंट (PLM) सेवाओं में सहायता करेगी। यह सहयोग न केवल भारत से बल्कि रोमानिया, पोलैंड और स्वीडन के गोथेनबर्ग स्थित टाटा के ऑटोमोटिव सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से भी दिया जाएगा। टाटा टेक्नोलॉजीज की यह भूमिका वोल्वो के इलेक्ट्रिफिकेशन और सॉफ्टवेयर-ड्रिवन मोबिलिटी प्लेटफॉर्म्स को विकसित करने में मदद करेगी। कंपनी की विशेषज्ञता वोल्वो की वैश्विक इंजीनियरिंग क्षमताओं को मजबूती देने का काम करेगी। भविष्य की दिशा और तकनीकी बदलाव वोल्वो कार्स लंबे समय से ऑटोमोबाइल सेफ्टी और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रही है। अब कंपनी मोबिलिटी को पूरी तरह से सॉफ्टवेयर-डिफाइंड प्लेटफॉर्म पर पुनर्परिभाषित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में टाटा टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियों की भूमिका बेहद अहम हो जाती है, जो अत्याधुनिक तकनीकी समाधान प्रदान कर सकती हैं। कंपनी नेतृत्व की प्रतिक्रिया इस अवसर पर टाटा टेक्नोलॉजीज के CEO और MD वॉरेन हैरिस ने कहा कि वोल्वो द्वारा उनके ऊपर जताया गया भरोसा इस बात का प्रमाण है कि कंपनी उच्च गुणवत्ता वाले सॉफ्टवेयर और डिजिटल इंजीनियरिंग समाधानों को ग्लोबल स्तर पर देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि वोल्वो की मोबिलिटी को फिर से परिभाषित करने की योजना में साझेदार बनना उनके लिए गर्व की बात है और यह भविष्य के लिए नए अवसरों का द्वार खोलेगा। साझेदारी का व्यापक प्रभाव यह गठजोड़ वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग में भारत की तकनीकी क्षमता और नवाचार की प्रतिष्ठा को और मजबूत करेगा। सॉफ्टवेयर-ड्रिवन वाहनों की ओर बढ़ते रुझान में इस साझेदारी की भूमिका काफी निर्णायक होगी। यह सहयोग न केवल वाहन निर्माण को और उन्नत बनाएगा, बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस, सुरक्षा और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी नए मानदंड स्थापित करेगा। वोल्वो कार्स और टाटा टेक्नोलॉजीज की यह नई साझेदारी वैश्विक ऑटोमोटिव क्षेत्र में तकनीकी क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह सहयोग न केवल दो बड़ी कंपनियों के बीच विश्वास को दर्शाता है, बल्कि भारत की डिजिटल इंजीनियरिंग क्षमताओं को भी विश्व मंच पर एक नई ऊंचाई पर ले जाने का संकेत है। आने वाले वर्षों में यह साझेदारी स्मार्ट और टिकाऊ वाहनों की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।

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