अब आपके दिमाग के इशारों से चलेगी ये CAR
अब तक आपने फिल्मों में ही देखा बिना हाथ पैर के इस्तेमाल के बिना मस्तिष्क
की तरंगों से कार चलाना। जल्द ही अब यह सच होने वाला है। निकट भविष्य में
ऎसी कार सडकों पर होगी जो हमारे हाथ-पैरों से नियंत्रित ना होकर सीधे हमारे
मस्तिष्क के विचारों से संचालित होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, BMW विशेषज्ञों नें बिजली से चलने वाली एक BMW i3 CAR का निर्माण किया
है। यह कार दूर से ही व्यक्ति के विचारों से चलाई जा सकेगी। इसके एक
परीक्षण विडियो में एक वक्रीय रास्ते पर कार को चलाते हुए दिखाया गया है।
जिसमें दिमागी तरंगों को ड्राइविंग कमांड में तब्दील कर कार को चलाया गया।
इस
कार को मनी सुपर मार्केट नें कार इंश्योरेंस एपिक माइंड ड्राइव प्रोजेक्ट
( Epic Mind Drive Project )के तहत विकसित किया गया। इस प्रोजेक्ट में टीम ने बीएमडब्ल्यू ( BMW ) कार से
ड्राइवर की सीट की जगह एक मैकेनिकल रिग लगाया गया है। जो पैडल्स को दबाने
में सक्षम है, जिससे कमांड पर स्टीयरिंग व्हील को घुमाया जा सकता है। इस
कार को दूर से चलाने के लिए ड्राइवर को इलेक्ट्रोइनसेफोलोग्राफी ( Electro Encephalo Graphy ) (ईईजी) ( EEG )
न्यूरो हेडसेट फिट किया जाता है। ये हेडसेट कार ड्राइव करने की ट्रेनिंग के
दौरान दिमाग की गतिविधियों को मॉनीटर करता है। इस ट्रेनिंग में ड्राइवर को
दाएं, बाएं, आगे चलने और रूकने के लिए सोंचना पडता है। इन एक्शन्स और
गतियों के बारे में साधारणतय: सोंचने के बजाय इस ट्रेनिंग में हर कमांड के
साथ एक विशिष्ट दिमागी छवि बनानी पडती है।
उदाहरण के लिए इसका
सॉफ्टवेयर किसी व्यक्ति के सोंचने से इस तरह से जोडकर ट्रेन किया जा सकता
है जैसे एक उडते हुए गुब्बारे के बारे में सोंचना बाएं मु़डने का संकेत हो।
हर बार उ़डते हुए गुब्बारे के बारे में सोंचने पर दिमागी संकेत समान ही
रहेगें। और इन्हीं संकेतों को कमांड में बदला जा सकेगा। एक बार बीस्पोक
सॉफ्टवेयर हर दिमागी सिग्नल के लिए कमांड तैयार कर लेने के बाद फिर यह कार
में लगे ड्राइवर की जगह मेकैनिकल रिग को रेडियो सिग्नल्स भेजता है। यही रिग
आदेशों का पालन करता है और कार को चलाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 16 जुलाई
को कुछ चुनिंदा लोगों को इस तकनीक के माध्यम से टेस्ट ड्राइव का मौका दिया
जाएगा।


































