वर्ष की समाप्ति से पूर्व भारत में BMW बाइक की बढ़ने जा रही हैं कीमतें
बीएमडब्ल्यू मोटराड इंडिया ने नए साल से पहले ग्राहकों को अहम जानकारी दी है। कंपनी ने साफ कर दिया है कि 1 जनवरी 2026 से भारत में बिकने वाली सभी BMW मोटरसाइकिलों की कीमतों में इजाफा किया जाएगा। यह बढ़ोतरी पूरे मॉडल रेंज पर लागू होगी। नए साल से लागू होगी कीमतों में बढ़ोतरी बीएमडब्ल्यू मोटराड इंडिया ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि 2026 की शुरुआत से उसकी सभी मोटरसाइकिलें महंगी हो जाएंगी। कीमतों में यह बढ़ोतरी अधिकतम 6 प्रतिशत तक हो सकती है। कंपनी का यह फैसला एंट्री-लेवल बाइक्स से लेकर सुपरबाइक सेगमेंट तक, पूरे पोर्टफोलियो को प्रभावित करेगा। ऐसे में जो ग्राहक नई BMW बाइक खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह आखिरी मौका हो सकता है। क्यों बढ़ाई जा रही हैं BMW बाइक्स की कीमतें कंपनी के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर विदेशी मुद्रा दरों में लगातार हो रहे बदलाव और इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी इसकी मुख्य वजह है। हाल के महीनों में रुपये की कमजोरी ने आयात से जुड़े खर्च को बढ़ा दिया है, जिससे प्रोडक्शन और लॉजिस्टिक्स लागत पर सीधा असर पड़ा है। बीएमडब्ल्यू का कहना है कि बिज़नेस को स्थिर बनाए रखने और डीलर नेटवर्क के साथ संतुलन कायम रखने के लिए कीमतों में संशोधन जरूरी हो गया था। भारत में उपलब्ध BMW मोटरसाइकिल लाइन-अप भारतीय बाजार में बीएमडब्ल्यू मोटराड की मौजूदगी काफी मजबूत मानी जाती है। कंपनी यहां लोकल मैन्युफैक्चरिंग और पूरी तरह आयातित, दोनों तरह के मॉडल्स बेचती है। एंट्री-लेवल और इलेक्ट्रिक सेगमेंट में बने मॉडल्स के साथ-साथ प्रीमियम और हाई-परफॉर्मेंस मोटरसाइकिलें भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। एडवेंचर, स्पोर्ट्स, क्रूजर और टूरिंग सेगमेंट में BMW की बाइक्स पहले से ही अपनी परफॉर्मेंस और टेक्नोलॉजी के लिए जानी जाती हैं। कीमतें बढ़ेंगी लेकिन फाइनेंस विकल्प रहेंगे बीएमडब्ल्यू इंडिया ने यह भी स्पष्ट किया है कि कीमतों में इजाफे के बावजूद ग्राहकों के लिए फाइनेंस से जुड़े विकल्प पहले की तरह जारी रहेंगे। कंपनी की फाइनेंशियल सर्विसेज के तहत कस्टमाइज्ड लोन प्लान, आसान ईएमआई और लचीली अवधि जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती रहेंगी, ताकि बढ़ी हुई कीमतों का असर ग्राहकों पर कम पड़े। ऑटो इंडस्ट्री में बढ़ती कीमतों का ट्रेंड गौर करने वाली बात यह है कि बीएमडब्ल्यू अकेली कंपनी नहीं है जिसने कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया है। भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हाल के समय में कई लग्ज़री और मास मार्केट ब्रांड्स लागत बढ़ने के चलते अपने वाहनों की कीमतों में संशोधन कर चुके हैं। आने वाले समय में यह ट्रेंड और भी देखने को मिल सकता है।


































