हुंडई का बड़ा दांव: भारत में आने वाले सालों में 26 नई कारें, इलेक्ट्रिक से लेकर हाइब्रिड और SUVs तक शामिल

भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हुंडई एक बार फिर धमाल मचाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने भविष्य के लिए एक बड़ा प्लान बनाया है, जिसके तहत वह 2030 तक कुल 26 नई गाड़ियां लॉन्च करने वाली है। ये कारें न केवल पारंपरिक पेट्रोल और डीजल विकल्पों में होंगी, बल्कि इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस भी होंगी। साथ ही, इसमें फेसलिफ्ट मॉडल और ताकतवर SUV भी शामिल हैं। बाजार की स्थिति और हुंडई की रणनीति देश में टाटा और महिंद्रा जैसी कंपनियों के तेज़ विकास के कारण हुंडई को अपने पद को मजबूत करना जरूरी हो गया है। इसलिए कंपनी भारत को सिर्फ एक बिक्री केंद्र के रूप में नहीं, बल्कि भविष्य में अपनी वैश्विक उत्पादन और निर्यात रणनीति का अहम हिस्सा बनाना चाहती है। इसके तहत भारत में कारों का उत्पादन बढ़ेगा और नए मॉडलों की विविधता से ग्राहकों को बेहतर विकल्प मिलेंगे। आने वाली प्रमुख कारें और उनके फीचर्स हुंडई बेयान (2026): यह कार i20 के बेस पर बनाई जाएगी और इसे एक नई क्रॉसओवर के रूप में पेश किया जाएगा। इसका मकसद मारुति के फ्रोंक्स जैसे मॉडल से मुकाबला करना है। इसकी कीमत करीब 10 से 12 लाख रुपये के बीच रहने की संभावना है और इसे 2026 के मध्य तक लॉन्च किया जाएगा। नई पीढ़ी की वेन्यू (अक्टूबर 2025): इस मॉडल में पूरी तरह नया लुक और प्रीमियम केबिन दिया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य हर महीने 10,000 से ज्यादा यूनिट्स बेचने का है। नया i20 और अल्काजार (2027-28): दोनों ही मॉडल स्टाइल, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के लिहाज से उन्नत होंगे। खासतौर पर ये ग्राहकों को ज्यादा फीचर्स और बेहतर ड्राइविंग अनुभव देंगे। एक्सटर फेसलिफ्ट (मध्य 2026): हुंडई एक्सटर का नया रूप टाटा पंच जैसी कारों के सामने अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेगा। इसमें एक आकर्षक और प्रीमियम डिजाइन होगा। वरना फेसलिफ्ट (अप्रैल 2026): वरना मॉडल भारत में पहले जितना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है, लेकिन इसका नया संस्करण खासतौर पर एक्सपोर्ट मार्केट के लिए मजबूत होगा। इसकी टक्कर वोक्सवैगन वर्टस और स्कोडा स्लाविया से मानी जा रही है। न्यू-जेन क्रेटा (2028): क्रेटा हुंडई की सबसे लोकप्रिय एसयूवी में से एक है, जो कंपनी की कुल बिक्री का लगभग 40% हिस्सा बनाती है। नया मॉडल पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक विकल्पों में मिलेगा। इसे फरवरी 2028 तक बाजार में लाया जाएगा। हुंडई का यह प्लान न केवल भारतीय ग्राहकों को ज्यादा विकल्प देगा, बल्कि देश को ऑटोमोबाइल उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में भी एक बड़ा केंद्र बनाएगा। आने वाले वर्षों में भारतीय बाजार में हुंडई के कई नए मॉडल देखने को मिलेंगे, जो ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करेंगे।
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