Maruti Suzuki Design Challenge: युवा डिज़ाइनर्स के लिए नए अवसरों के दरवाजे खुले
मारुति सुज़ुकी ने अपने पहले ‘डिज़ाइन चैलेंज’ को सफलतापूर्वक संपन्न कर दिया है, जिसमें देशभर के छात्र डिजाइनर्स को भविष्य की मोबिलिटी और कॉम्पैक्ट कार डिजाइन को नए नजरिए से सोचने का मौका मिला। इस पहल का मकसद युवा प्रतिभाओं को उद्योग से जोड़ना, उनकी रचनात्मक सोच को मंच देना और ऑटोमोबाइल डिजाइन के बदलते दौर में उन्हें वास्तविक अनुभव उपलब्ध कराना है। प्रतियोगिता में जोरदार भागीदारी इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भारत और विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों से 400 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया, जिससे यह साफ झलक गया कि नई पीढ़ी ऑटोमोटिव डिजाइन को लेकर कितनी जागरूक और गंभीर है। कई चरणों में आयोजित मूल्यांकन के दौरान प्रतिभागियों के काम को रचनात्मकता, व्यवहारिकता और मौलिक सोच जैसे मानकों पर परखा गया। भविष्य की कॉम्पैक्ट कार की कल्पना प्रतिभागियों से भविष्य की कॉम्पैक्ट कार का ऐसा डिजाइन तैयार करने को कहा गया जो न सिर्फ आकर्षक हो बल्कि बदलती ज़रूरतों के अनुरूप उपयोगी भी साबित हो सके। चयन प्रक्रिया के बाद पुणे के MIT इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, वेल्लोर स्थित VIT के ADI और बेंगलुरु के स्ट्रेट स्कूल ऑफ डिजाइन की टीमें शीर्ष तीन विजेताओं के रूप में उभरीं। इन टीमों को ट्रॉफी और नकद पुरस्कार के साथ मारुति सुज़ुकी में छह महीने की इंटर्नशिप का अवसर भी मिलेगा, जहां वे कंपनी की इन-हाउस डिजाइन टीम के साथ काम कर सकेंगी। उभरते डिज़ाइनर्स के लिए बड़ा मंच शीर्ष तीन विजेताओं के अलावा सात अन्य टीमों को भी उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। इन्हें गिफ्ट वाउचर प्रदान किए गए और भविष्य में इंटर्नशिप के अवसर भी मिल सकते हैं। इस तरह यह कार्यक्रम युवा डिजाइनर्स के लिए उद्योग में कदम रखने का एक मजबूत प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है। इनोवेशन स्ट्रेटेजी का अहम हिस्सा कंपनी के लिए यह पहल ओपन इनोवेशन रणनीति का हिस्सा है। मारुति सुज़ुकी पहले से स्टार्टअप्स के साथ नई मोबिलिटी सॉल्यूशंस पर काम कर रही है और अब छात्रों तथा युवा डिजाइनर्स को भी इस प्रक्रिया से जोड़ रही है। कंपनी का मानना है कि बदलती ग्राहक अपेक्षाओं के दौर में डिजाइन एक महत्वपूर्ण पहचान बन चुका है और युवा सोच इस बदलाव को मजबूत बना सकती है। नेतृत्व की मौजूदगी और भविष्य की योजना पुरस्कार वितरण के दौरान कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने विजेताओं को सम्मानित किया और युवा प्रतिभाओं के योगदान की सराहना की। कंपनी ने संकेत दिया है कि इस डिज़ाइन चैलेंज को हर साल आयोजित किया जाएगा, ताकि भारत में ऑटोमोटिव डिजाइन का इकोसिस्टम और मजबूत हो सके और उद्योग को नई ऊर्जा मिलती रहे।


































