6 करोड़ में मिलेगी 12 करोड़ की रोल्स रॉयस, इंपोर्टेड कार-बाइक होंगी आधी कीमत पर

भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच हाल ही में हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) न सिर्फ भारत-यूके व्यापार संबंधों को मजबूती देगा बल्कि भारत में लग्जरी वाहनों के शौकीनों के लिए भी यह एक क्रांतिकारी बदलाव साबित हो सकता है। इस समझौते के लागू होने से भारत में इंपोर्टेड कार और बाइक की कीमतें लगभग आधी हो जाएंगी। रोल्स रॉयस जैसी कारें अब सामान्य अमीर ग्राहकों की पहुंच में होंगी, जो पहले सिर्फ गिने-चुने उद्योगपतियों के ही गैराज की शान थीं। लग्जरी कारों की कीमतों में भारी गिरावट अब तक भारत में इंपोर्ट की गई कारों पर 100% तक इंपोर्ट ड्यूटी लगती थी, जिससे इनकी कीमतें दुगनी हो जाती थीं। लेकिन नए FTA के तहत एक कोटा सिस्टम लागू होगा, जिसके अंतर्गत सीमित संख्या में वाहनों पर सिर्फ 10% टैक्स ही लगेगा। उदाहरण के तौर पर, अब 12 करोड़ की Rolls Royce Cullinan मात्र 6 करोड़ में मिल सकेगी। इसी तरह Bentley Bentayga, जो 6 करोड़ में आती थी, अब करीब 3 करोड़ में उपलब्ध हो सकती है। इन कंपनियों को होगा सबसे बड़ा लाभ यह लाभ मुख्यतः उन ब्रांड्स को होगा जो UK में बनती हैं और भारत में पहले से मौजूद हैं, जैसे: —Jaguar और Land Rover (जो अब टाटा ग्रुप के स्वामित्व में हैं) —McLaren, जिसने हाल ही में भारत में एंट्री ली थी —Bentley, जो प्रीमियम SUV और सेडान सेगमेंट में अग्रणी है McLaren की सुपरकार 750S, जिसकी कीमत अभी 5.91 करोड़ है, वह भी FTA लागू होने पर लगभग 3 करोड़ के आसपास उपलब्ध हो सकती है। हालांकि यह कीमत GST, रजिस्ट्रेशन और बीमा जैसे अन्य खर्चों को छोड़कर होगी। बाइक प्रेमियों को भी बड़ी राहत सिर्फ कार ही नहीं, बल्कि यूके से आने वाली इंपोर्टेड मोटरसाइकिल्स की कीमतों में भी बड़ी गिरावट आने वाली है। Triumph Rocket 3 Storm और Tiger 1200 जैसी बाइक्स, जिनकी कीमत अभी 22.49 लाख और 19.39 लाख है, वे FTA लागू होने पर और सस्ती हो जाएंगी। साथ ही Royal Enfield, TVS, और Norton जैसी भारतीय और ब्रिटिश कंपनियों को निर्यात के क्षेत्र में लाभ मिलेगा क्योंकि UK में इनकी पहुंच और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी। ग्राहक इंतजार में, डीलर्स असमंजस में हालांकि ग्राहक बेसब्री से इस समझौते के लागू होने की तारीख का इंतजार कर रहे हैं और कई लोगों ने अपनी बुकिंग फिलहाल रोक दी है। लेकिन डीलर्स इस बात से चिंतित हैं कि यह टैक्स रियायत कब और कैसे लागू होगी, इस पर अभी तक सरकार की ओर से स्पष्टता नहीं है। India-UK FTA से भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक नई क्रांति आने की संभावना है। रोल्स रॉयस जैसी लग्जरी कार अब महज अमीरों की नहीं बल्कि ऊपरी मध्यम वर्ग की पहुंच में भी आ सकती है। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस टैक्स कटौती को कब लागू करती है और कितनी गाड़ियों को इसका लाभ मिलेगा। यदि सब कुछ तयशुदा रूप में होता है तो आने वाले महीनों में भारतीय सड़कों पर पहले से कहीं ज्यादा प्रीमियम कार और सुपरबाइक्स दिखने लगेंगी।